प्राथना
ate:-27/03/018
बिषय:-प्राथना
भाग;1👉प्राथना करने का उपयुक्त समय कोन से है????
हे यहोवा, भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूँगा।
भजन संहिता 5:3।
यह वह पद है जिससे कोई लोग यह कहते है कि हमे सुबह को ही प्राथना मर्म चाहिए। परंतु बाइबिल बिलकुल भी ऐसा नही सिखाती है
बाइबिल में कोई भी ऐसा नही लिखा है कि प्राथना करने का समय निर्धारि नही है।
आज की मसीह भाई बहन लोग यह यही प्राथना के समय को लेकर doubt में ही रह जाते है। आज यह एक ऐसा समस्या बनचुका है। जिसके कारण अधिकांश भाई बेहन लोग अपनी आत्मिक जीवन मे सांगर्स कर कर रहे है। ओर कई लोग आज इस पद (भजन:5;3)एक अंधविश्वास बना दिये है ।कि लोग कहते है कि सुबह को प्राथना कर ने से परमेस्वर बस प्राथना सुनता है।
पर में आज आपको बताऊंगा की बाइबिल के कई लोग के बारे में
आयर हैम देखते है👇👇
👉यशायाह:26:9 रात के समय मैं जी से तेरी लालसा करता हूँ, मेरा सम्पूर्ण मन यत्न के साथ तुझे ढूँढ़ता है।
👉दानिएल:6:10 बाईबल बताती है कि दानिएल दिन में तीन बार अर्थात तीन पहर प्राथना कररहा था।
👉यीशु मसीह पूरी रात(लुका:6:12)
👉पतरस:दोपहर के निकट पतरस छत पर प्रार्थना करने चढ़ा।
(प्रेरितों के काम 10:9)
👉कुरनेलियुस:कुरनेलियुस ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था;
(प्रेरितों के काम 10:30)
👉पौलुस ओर सिलास=अधी रात के लगभग पौलुस और सीलास प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रहे थे, और कैदी उनकी सुन रहे थे।
प्रेरितों के काम 16:25
👉दाऊद*सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दोहाई दूँगा और कराहता रहूँगा और वह मेरा शब्द सुन लेगा।
भजन संहिता 55:17
👉पौलुस *निरन्तर प्रार्थना में लगे रहो।
1 थिस्सलुनीकियों 5:17
हमने देखा कि सबका समय अलग अलग सा है।
बाइबिल में निश्चित समय नही बाताती है। जब हम अपनी समय के अनुसार प्राथना करना चाहिए ।दाऊद कहता है।【भजन:4:3】 को हम देख सकते है। जब भी हम प्राथना कारते है परमेश्वर हमारी प्राथना को सुनता है।हमारा परमेश्वर समय के साथ बांध हुआ नही है।
वह न तो ऊँघता है और न सोता है।{भजन:121:4} हमे चाहिए कि हम भ्रमित न हो और बाइबिल के निर्देशो का पालन करते हुए अपन आत्मिक जीवन जिये
धन्याबाद भाई Narottam[Nutan]
बिषय:-प्राथना
भाग;1👉प्राथना करने का उपयुक्त समय कोन से है????
हे यहोवा, भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूँगा।
भजन संहिता 5:3।
यह वह पद है जिससे कोई लोग यह कहते है कि हमे सुबह को ही प्राथना मर्म चाहिए। परंतु बाइबिल बिलकुल भी ऐसा नही सिखाती है
बाइबिल में कोई भी ऐसा नही लिखा है कि प्राथना करने का समय निर्धारि नही है।
आज की मसीह भाई बहन लोग यह यही प्राथना के समय को लेकर doubt में ही रह जाते है। आज यह एक ऐसा समस्या बनचुका है। जिसके कारण अधिकांश भाई बेहन लोग अपनी आत्मिक जीवन मे सांगर्स कर कर रहे है। ओर कई लोग आज इस पद (भजन:5;3)एक अंधविश्वास बना दिये है ।कि लोग कहते है कि सुबह को प्राथना कर ने से परमेस्वर बस प्राथना सुनता है।
पर में आज आपको बताऊंगा की बाइबिल के कई लोग के बारे में
आयर हैम देखते है👇👇
👉यशायाह:26:9 रात के समय मैं जी से तेरी लालसा करता हूँ, मेरा सम्पूर्ण मन यत्न के साथ तुझे ढूँढ़ता है।
👉दानिएल:6:10 बाईबल बताती है कि दानिएल दिन में तीन बार अर्थात तीन पहर प्राथना कररहा था।
👉यीशु मसीह पूरी रात(लुका:6:12)
👉पतरस:दोपहर के निकट पतरस छत पर प्रार्थना करने चढ़ा।
(प्रेरितों के काम 10:9)
👉कुरनेलियुस:कुरनेलियुस ने कहा, “चार दिन पहले, इसी समय, मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था;
(प्रेरितों के काम 10:30)
👉पौलुस ओर सिलास=अधी रात के लगभग पौलुस और सीलास प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रहे थे, और कैदी उनकी सुन रहे थे।
प्रेरितों के काम 16:25
👉दाऊद*सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दोहाई दूँगा और कराहता रहूँगा और वह मेरा शब्द सुन लेगा।
भजन संहिता 55:17
👉पौलुस *निरन्तर प्रार्थना में लगे रहो।
1 थिस्सलुनीकियों 5:17
हमने देखा कि सबका समय अलग अलग सा है।
बाइबिल में निश्चित समय नही बाताती है। जब हम अपनी समय के अनुसार प्राथना करना चाहिए ।दाऊद कहता है।【भजन:4:3】 को हम देख सकते है। जब भी हम प्राथना कारते है परमेश्वर हमारी प्राथना को सुनता है।हमारा परमेश्वर समय के साथ बांध हुआ नही है।
वह न तो ऊँघता है और न सोता है।{भजन:121:4} हमे चाहिए कि हम भ्रमित न हो और बाइबिल के निर्देशो का पालन करते हुए अपन आत्मिक जीवन जिये
धन्याबाद भाई Narottam[Nutan]
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